- पिछले साल छह अप्रैल से 31 जुलाई तक सामने आये थे कुल 898 कोरोना पाॅजिटिव
- छह अप्रैल को मिला था मथुरा में पहला कोरोना पाॅजितटव
- 30 अप्रैल तक हो गई थी जनपद में कोरोना पाॅजिटिव की संख्या 16
- पहली लहर के मुकाबले दूरी लहर में बेहत तेजी से बढ रहे हैं कोरोना के मरीज
- कंटेनमेंट जोन को लेकर भी जिला प्रशासन बरत रहा है रियायत
मथुरा/ मदन सारस्वत। कोरोना की दूसरी लहर मथुरा में कहर ढा रही है। पिछले साले यानी 2020 में में कोरोना कोरोना के मरीजों की संख्या जिस रफ्तार से बढी थी, उससे कई गुना तेजी से दूसरी लहर में मरीज सामने आ रहे हैं। मथुरा जनपद में कोरोना का पहला मरीज छह अप्रैल 2020 को सामने आया था। इसके बाद 30 अप्रैल तक 16 कोरोना पाॅजिटिव हो गये थे। 28 दिन पूरे होने तक यह आंकडा 28 दिन पर पहुंच गया था। मई 2020 की आखिरी तारीख तक कुल 77 मरीज सामने आये थे। जून माह की शुरूआत 77, जुलाई की 354, अगस्त की 872 मरीजों के साथ हुई थी। जुलाई में कुल 518 कोरोना मरीज मिले, जबकि जून में 277 मरीज मिले थे। अगस्त माह के पहले दिन 26 कोरोना पाॅजिटिव के एक दिन मंे सामने आने से हडकांप मच गया था, इसी के साथ एक अगस्त को कोरोना मरीजांे की संख्या 898 पर पहंुच गई थी।
वहीं एक अलग आंकलन के मुताबिक प्राइवेट लैब की कोरोना पाॅजिटिव आई रिपोर्ट को सामिल किया जाए तो जनपद में कोरोना पाॅजिटिव मरीजों की संख्या 913 पर पहुंच गई थी। जबकि स्वास्थ्य विभाग अपने अधिकारिक आंकडे में 872 मरीजों की पुष्टि कर रहा था। कोरोना की दूसरी लहर मंे ऐसे दिनों की संख्या लगातार बढ रही है, जिनमंे 100 से अधिक कोरोना मरीज सामने आये हैं। गुरूवार को मुख्य जिला चिकित्साधिकारी कार्यालय से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक 24 घंटे में 173 कोरोना मरीज सामने आये हैं।
गांवों में बन रहे कन्टेमेन्ट जोन
उप जिलाधिकारी महावन कृष्णा नन्द तिवारी ने बताया कि ब्लाॅक राया के अन्तर्गत ग्राम नगला पापरी, हयातपुर में संक्रमित का मकान एवं पड़ोस के एक-एक मकान के रिहायशी क्षेत्र को कन्टेमेन्ट जोन घोषित किया जाता है। क्षेत्र के अन्दर निवास करने वाले लोगों का घर से बाहर निकलना व आना जाना आदि पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इस क्षेत्र के अन्दर निवासित कोई भी सरकारी व प्राईवेट व्यक्ति बाहर नहीं जायेगा। आवश्यक बस्तुओं की आपूर्ति करने वाले नियुक्त व्यक्तियों को निर्गत पास धारक ही अपने पहचान पत्र के आधार पर उपरोक्त क्षे में संचारण कर सकते हैं।
इसी क्रम में ग्राम कासिमपुर, हवेली मौहल्ला गोकुल, मौहल्ला जोशीपाड़ा महावन तथा किलौनी में सैम्पल कलेक्शन जोन की सूची की तिथि से 14 दिन तक उस क्षेत्र में कोई अन्य केस नहीं पाये जाने पर उक्त क्षेत्रों को सील्ड मुक्त किया जाता है।
रैलियों, धार्मिक आयोजनों में उमड रही भीड
कोरोना के लगातार सामने आ रहे मरीजों के बीच धार्मिक आयोजनों, मठ मंदिरों पर जहां भीड उमड रही है। वहीं पंचायती चुनावों में रैलियांे और सभाओं का दौर निरंतर जारी है। गांवों में दावतों का दौर चल रहा है। नुक्कड सभाएं हो रही हैं। जबकि थाना स्तर पर पहली बार कोरोना नोडल अधिकारी भी नियुक्त किये गये हैं लेकिन इनकी मौजदगी का हसास कहीं नहीं हो रहा है।